केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी न शामिल करने पर किया विरोध
दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी शामिल न होने पर अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाया है। केंद्र सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है। इस कारण हर साल परेड में यहां की झांकी शामिल होनी चाहिए।
उधर, प्रदेश BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने अपने इस विवादित बयान से गणतंत्र दिवस की गरिमा का भी ध्यान नहीं रखा। इससे पहले भी उन्होंने 2014 में गणतंत्र दिवस से पहले रेल भवन पर धरना देकर गणतंत्र दिवस की गरिमा को तार-तार करने की कोशिश की थी।
दिल्ली के लोगों से BJP को इतनी नफरत क्यों है?
पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने सवाल किया कि यह कैसी राजनीति है? दिल्ली के लोगों से उन्हें इतनी नफरत क्यों है? दिल्ली के लोग उन्हें वोट क्यों दें? केजरीवाल ने आरोप लगाया कि BJP के पास दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कोई योजना नहीं है। वह सिर्फ केजरीवाल और AAP को गाली देते हैं। 26 जनवरी की परेड में दिल्ली की झांकी और लोगों को भाग लेने से क्यों रोका जा रहा है?
परेड में झांकी का चयन समिति करती है
केजरीवाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि "परेड में राज्य विशेष की झांकी को शामिल करने का फैसला एक समिति करती है।" झांकियों की संख्या भी सीमित होती है, केजरीवाल को भी इसकी जानकारी है। फिर भी दिल्ली चुनाव में वह लोगों का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाना चाहते हैं।
सचदेवा का सवाल?
सचदेवा ने सवाल किया कि "वह बताएं कि झांकी में आखिर वह दिखाना क्या चाहते हैं? दिल्ली की टूटी सड़कें या जलजमाव में डूबने से 62 लोगों की मौत की दर्दनाक कहानी? क्या वह यह दिखाना चाहते हैं कि लोगों के घर गंदा पानी आ रहा है या वह यमुना, जिसमें बीते 10 सालों से डुबकी लगाने की वह बात कर रहे हैं?"
सचदेवा ने कहा कि अगर उनको लगता है कि दिल्ली की कोई झांकी 26 जनवरी में शामिल करनी चाहिए तो पहले वह शीशमहल की झांकी सबको दिखाएं, जो उनके भ्रष्टाचार का परिचय दे रही है।