छत्तीसगढ़राज्य

पांच साल में जेनेरिक दवाओं की खपत चार गुना बढ़ी

कोरबा: केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए जन औषधि केंद्रों से लोग जागरूक हुए हैं। अब वे सस्ती दरों पर मिलने वाली जेनेरिक दवाओं का उपयोग करने लगे हैं। पिछले पांच सालों में इनकी खपत चार गुना बढ़ गई है। वर्तमान में कोरबा जिले में 12 केंद्र संचालित हैं। वर्ष 2019 में इन संस्थानों में छह करोड़ की दवाएं बिकी थीं। वहीं वर्ष 2024 में यह बढ़कर 24 करोड़ रुपए हो गई है। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र द्वारा बेची जा रही सस्ती दवाओं के प्रति लोगों की विश्वसनीयता बढ़ने लगी है। जिले के शहर सहित उपनगरीय क्षेत्रों में तीन दुकानें संचालित हो रही हैं। 

सरकारी अस्पतालों में भी जेनेरिक दवाएं लिखी जाने लगीं

इन दुकानों में शुगर, बीपी, कोलेस्ट्रॉल, फंगस जैसी बीमारियों की दवाओं की बिक्री बढ़ गई है। लोगों की मांग पर डॉक्टरों ने सरकारी अस्पतालों में भी जेनेरिक दवाएं लिखना शुरू कर दिया है। पांच साल पहले जिले में शहर के पुराने बस स्टैंड और घंटाघर में दो औषधि केंद्र शुरू किए गए थे। तब यह नहीं लगा था कि आम लोगों की इस पर निर्भरता बढ़ जाएगी। केंद्र संचालक रिजवान खान कहते हैं कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री की ब्रांडिंग के कारण लोग अब पूरे भरोसे के साथ दवाएं खरीद रहे हैं। दवाएं सिर्फ इसलिए ज्यादा बिक रही हैं क्योंकि वे सस्ती हैं, बल्कि इसलिए भी क्योंकि वे स्वास्थ्य के लिए कारगर हैं।

दवाएं सस्ती, लेकिन ब्रांडेड जितनी कारगर

सर्दी, खांसी, बुखार जैसी आम बीमारियों के अलावा हृदय रोग, मधुमेह, प्रसव आदि के इलाज का फार्मूला ब्रांडेड कंपनियां 60 से 70 फीसदी ज्यादा कीमत पर बेच रही हैं। हमारे जन औषधि केंद्र पर वही दवाएं 30 से 40 फीसदी कम कीमत पर मिल रही हैं। पैरासिटामोल की जो दवा आम बाजार में 30 से 40 रुपये में बिकती है, वही दवा जन औषधि पर 10 रुपये में मिल रही है। सस्ती दवाएं भी ब्रांडेड कंपनियों की दवाओं की तरह कारगर हैं। रिजवान कहते हैं कि दवा सस्ती होने के कारण हम इसे एक-दो दिन नहीं बल्कि एक महीने तक थोक में लेते हैं।

केंद्र पर सर्जिकल और दवा समेत 1500 से अधिक उत्पाद बेचे जा रहे हैं। शुरुआत में उत्पादों की संख्या एक हजार से भी कम थी। दवाइयों के महंगे होने के कारण लोग घरों में सुरक्षात्मक दवाएं नहीं रखते थे। जन औषधि केंद्रों पर जलने, कटने, चोट लगने, हड्डियों के जोड़ों में दर्द, सर्दी-जुकाम और बुखार की दवाएं सस्ते दामों पर उपलब्ध हैं।

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