राज्य

प्रशांत किशोर का बड़ा बयान: “BPSC आंदोलन को लेकर 2 जनवरी से खुद धरने ……..”

पटना: पटना में BPSC अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज के बाद सियासत तेज हो गई है. इस बीच BPSC आंदोलन से भागने के लगे आरोपों पर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि वह गांधी मैदान से नहीं भागे हैं. ये आंदोलन और तेज होगा. छात्रों ने कोई तोड़फोड़ नहीं की है. गांधी मैदान में प्रदर्शन करने के लिए परमिशन की जरूरत नहीं होती है. प्रशांत किशोर ने कहा कि आंदोलन को लेकर परसों तय किया गया था कि गांधी मैदान में बैठेंगे, जहां छात्र संसद होगी और आगे की रणनीति को लेकर तय किया जाएगा. अगर सरकार कह रही है कि हमने परमिशन नहीं लिया, ये बिल्कुल सरासर गलत है. गांधी मैदान में परमिशन का कोई सवाल ही नहीं है. गांधी मैदान एक सार्वजनिक जगह है. वहां लोग दौड़ने के लिए, बातचीत करने के लिए और बैठने के लिए जाते ही रहते हैं. अभ्यर्थी वहां कोई धरना प्रदर्शन नहीं कर रहे थे. सभी छात्र वहां जमा हुए और कोई हल्ला हंगामा नहीं हुआ.

उन्होंने कहा कि गांधी मैदान में छात्रों ने आपस में बातचीत की. उन्होंने अपने आगे के नेतृत्व का चयन किया. फिर से हम लोगों ने तय किया कि अपनी मांगों लेकर सरकार को ज्ञापन देंगे. चलने से पहले दो फैसले लिए गए, जिसमें सड़क पर हम कोई ऐसी चीज नहीं करेंगे जिसे सरकार गैरकानूनी कह सके. पैदल चलेंगे और कोई तोड़फोड़ और हल्ला-हंगामा नहीं होगा. सरकार जहां पर रोकेगी, हम लोग वहीं बैठ जाएंगे.

हमारे जाने के बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया- प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा कि 10 हजार से ज्यादा छात्र हमारे साथ गांधी मैदान से निकले, जब मौर्या के आसपास पहुंचे हैं तो पुलिस ने हमको रोक दिया. सभी छात्र वहां शांति से बैठे हुए थे. उस दौरान हम लोगों ने इस स्थिति को खत्म करने के लिए वहां के प्रशासन से बातचीत शुरू की. पहला प्रस्ताव प्रशासन की ओर से ये आया कि छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से BPSC के सचिव मिलने को तैयार हैं, जिसको छात्रों ने खारिज कर दिया. इसके बाद मुख्य सचिव ने कहा कि वह छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए तैयार हैं. इस बात की हम लोगों ने घोषणा की.

प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारे जाने के बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया. ये गलत है, जिन लोगों ने भी ये गलती की है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. अब आंदोलन नीचे होने वाला नहीं है. पटना में 2-4 पुलिस अफसर को ‘हीरोइज्म’ करने की आदत हो गई है. आज हम यहां की पुलिस पर FIR करेंगे, कोर्ट में और मानव अधिकार के सामने भी लेकर जाएंगे. अगर ये मामला नहीं निपटा तो 2 जनवरी से मैं खुद धरने पर बैठूंगा.

वायरल वीडियो को लेकर क्या बोले प्रशांत किशोर?

वायरल वीडियो पर पीके ने कहा कि कुछ कांग्रेस नेताओं ने कल रात मेरा विरोध किया. छात्र अगर मुझे गाली भी दें तो कोई परवाह नहीं है. दरअसल, कांग्रेस, आरजेडी पीके पर आरोप लगा रही है कि वे BPSC के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के दौरान गांधी मैदान छोड़कर भाग गए. सांसद पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर पर हमला बोलते हुए कहा कि वे खुद नया नेता बने हैं और छात्रों को धमका रहे हैं अपनी औकात का धौंस दिखा रहे हैं. आज जब धेले भर की चुनावी औकात नहीं है तो अहंकार टपक रहा है. छात्रों के सामने बड़ी-बड़ी सरकार उड़ गईं, आप क्या चीज हैं? छात्र पुलिस से पिट रहे थे आप पीठ दिखा भाग गए, सवाल पूछने पर गाली दी हैं?

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button