मध्यप्रदेशराज्य

शीतकालीन सत्र का पहला ही दिन हंगामें की भेंट चढ़ा

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन में खाद का मुद्दा उठा। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने खाद उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसानों को खाद नहीं मिल रहा है। कांग्रेस लगातार यह मुद्दा उठा रही है। अब तक सरकार की ओर से कोई बयान नहीं आया है। सरकार बताए कि इस मुद्दे पर चर्चा तो हो जाएगी लेकिन किसानों को खाद कब मिलेगा? आज उच्च शिक्षा मंत्री को विभाग की ओर से गलत जानकारी मिलने पर कांग्रेस ने उन्हें घेरते हुए सवालों की बौछार शुरू कर दी। आरोप-प्रत्यारोप के बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

उच्च शिक्षा मंत्री को विभाग ने दी गलत जानकारी
सदन में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के राघोगढ़ कॉलेज के सवाल पर उच्च शिक्षा मंत्री ने आरोन कॉलेज को लेकर गलत जवाब दे दिया। सरकार ने राघोगढ़ में पीजी कोर्सेस नहीं होने के बाद भी पीजी कोर्स चलाना बताया था। जिस पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि गलती से दूसरे कॉलेज की जानकारी का लिखित उत्तर दिया गया है। इस पर जयवर्धन सिंह ने शिक्षा मंत्री को घेरते हुए खेद व्यक्त करने के लिए कहा। इंदर सिंह परमार ने सदन में गलती स्वीकार की। साथ ही कहा कि भविष्य में विभाग की ओर से गलत जानकारी नहीं जाएगी। माना जा रहा है कि गलत जानकारी देने पर कर्मचारियों पर कार्यवाही हो सकती है।

पूर्व मंत्री ने अनियमितता पर कराया ध्यान आकर्षण
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सागर जिले के माल्थोन में अशासकीय शैक्षणिक संस्थान के संचालन में अनियमितता के संबंध में ध्यान आकर्षण किया। जिसका स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने जवाब दिया। भूपेंद्र सिंह ने कहा, ‘आदर्श कॉन्वेंट स्कूल की मान्यता निरस्त नहीं की। अधिकारियों ने जांच के नाम पर औपचारिकता की। क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि क्षेत्र के लोगों में आक्रोश जैसा कुछ नहीं है। मान्यता निरस्त की गई थी। संस्था कोर्ट से स्थगित करवा लाई।

1 घंटे में ठीक कर लूंगा अतिक्रमण का मामला
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि स्कूल शासकीय भूमि पर चल रहा है। यह राजस्व का मामला है। तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने का भी नोटिस दिया है। मामला मैं एक घण्टे में ठीक कर लूंगा। ध्यानाकर्षण का विषय नहीं था। लेकिन इसके माध्यम से प्रदेश के मामले उठाने का प्रयास है। एमपी में कई स्कूल नियम विरुद्ध चल रहे हैं। कुछ निजी स्कूल शासकीय जमीन पर हैं। कुछ स्कूल में खेल के मैदान नहीं। कुछ में यौन शोषण हुआ। फर्जी शैक्षणिक संस्थाओं पर रोक लगाने के लिए सरकार नीति लाए।

अधिकारियों का ऐसा जवाब न पढ़ें
उन्होंने आगे कहा कि अधिकारी लिखकर दें कि जनता में रोष व्याप्त नहीं है। लेकिन मंत्री को यह उत्तर विधानसभा में नहीं पढऩा चाहिए। मंत्रीजी से आग्रह है कि अधिकारियों का ऐसा जवाब न पढ़ें, मैं क्षेत्र का विधायक हूं। मैंने कहा है जनता में रोष व्याप्त है। अधिकारियों के जवाब से मैं झूठा हो गया हूं। इस पर मंत्री ने कहा कि सरकार रजिस्टर्ड एग्रीमेंट के बाद ही अनुमति की व्यवस्था है। खेल के मैदान अन्य नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। शिक्षण व्यवस्था बेहतरी के लिए लगातार प्रयास है। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मंत्री इतना कह दें कि अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार अच्छी नीति लाएगी तो जनता में अच्छा मैसेज जाएगा। इस पर राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि समय के साथ आपको अंतर दिखेगा। मैं यह बात जिम्मेदारी से कह रहा हूं। वहीं, बीजेपी विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने पूछा,’मंत्रीजी बताएंगे प्रदेश में ऐसे कितने शिक्षण संस्थान चल रहे हैं? यह स्थिति नीमच जिले में भी है। एक्शन प्लान क्या है?’ कैलाश विजयवर्गीय में कहा कि यह सुझाव अच्छा है। लेकिन ध्यानाकर्षण के बाहर का विषय है। स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मंत्री चिंता और भावना से अवगत हो गए हैं।

शून्यकाल में विजयवर्गीय ने किया बांग्लादेश विजय दिवस का जिक्र
शून्यकाल के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने बांग्लादेश विजय दिवस का जिक्र भी किया। उन्होंने भारतीय सेना के शौर्य के प्रति सम्मान प्रकट करने का अनुरोध किया। स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर ने संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के प्रस्ताव को स्वीकार किया और कहा, ‘सदन भारतीय सेना के शौर्य के प्रति सम्मान और आदर प्रकट करता है।’ इसके बाद सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button