छत्तीसगढ़राज्य

95 गांवों की सैकड़ों महिलाओं के नाम पर करीब 70 करोड़ रुपये का लोन, मुख्य आरोपित सहित तीन गिरफ्तार

बालोद

95 गांवों की सैकड़ों महिलाओं के नाम पर बैंक व माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से करीब 70 करोड़ रुपये से अधिक का लोन निकाला गया है। इस मामले में पुलिस ने रविवार को सप्तऋषि संस्थान के संचालक व मुख्य आरोपित खोलबहरा कैवर्त्य, बालोद निवासी दंपती सरिता व चंद्रहास करियाम को हिरासत में ले लिया है।

शनिवार को गुरुर थाने के ग्राम नारागांव और किनारगोंदी की 86 से अधिक महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस रविवार को शिकायतकर्ताओं को थाने में बुलाकर बयान दर्ज करने में जुटी रही।

अब शनिवार को गुरुर थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम नारागांव और किनारगोंदी के 86 से अधिक महिलाओं ने लोन के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायत करने के लिए गुरुर थाना पहुंची थी। पुलिस ने खोलबहरा कैवर्त्य, सरिता करियाम सहित एक अन्य पुरुष की तलाश में जुट गई है। रविवार को पुलिस ने शिकायतकर्ताओं को थाने में बुलाकर बयान दर्ज करने में जुटी हुई है।

महिलाओं के नाम लोन लेकर शेयर मार्केट में निवेश
जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपित खोलबहरा महिला समूह के नाम पर लोन निकालने के बाद मोटी रकम को शेयर मार्केट में निवेश करने की बात सामने आ रही है। साथ ही वह बिटकाइन में भी पैसा फंसाया गया है।

वहीं शेयर मार्केट में उसे काफी नुकसान होने व बिटकाइन से लगभग 12 लाख रुपये लाभ कमाया था। शेयर बाजार में नुकसान होने के चलते संबंधित बैंकों का किश्त नहीं चुका पाया। इसके बाद वह वहां से फरार हो गया।

दीवाली के बाद से आरोपित फरार
ठगी का मास्टर माइंड खोलबहरा कैवर्त्य पिता मंगलू राम कैवर्त्य अपनी पत्नी निर्मला कैवर्त्य के साथ बालोद बाईपास मार्ग पर स्थित ग्राम परेगुड़ा में प्रकाश साहू के मकान पर करीबन दो-तीन वर्षों से किराए पर रह रहा था। वह मूल रूप से जांजगीर चांपा जिले में कटनई के हाऊस नंबर 134 सिधादेव पहरिया पाट मंदिर का रहने वाला था।

अभी बीते दीपावली के आसपास घर खाली कर पूरे सामान को साथ लेकर गायब हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे यहां के कुछ महिलाएं भी आधार कार्ड के माध्यम से खाता खुलवाने व लोन संबंधी इसके झांसे में आए हैं। इसके साथ में एक स्थानीय महिला सरिता करियाम भी काम कर रही थी।

कर्ज पटाने के लिए पहुंचा नोटिस तब ठगी का हुआ एहसास
खरथुली, नारागांव और किनारगोंदी की महिलाओं के अनुसार वे विभिन्न बैंक एवं माइक्रो फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी, आइडीएफसी, एक्सिस, ग्रामशक्ति, अन्नपूर्णा, सूर्योदय, अविरल सहित अन्य माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन लेकर खोलबहरा कैवर्त्य और सरिता करियाम को दिए हैं। खोलबहरा ने लोन की सभी किश्तों को जमा करने की बात कही थी। बीते माह से किश्त की राशि जमा नहीं हो रही है। जिससे उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ।

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